राष्ट्रवादी शरद पवार गुट को चुनाव आयोग के तरफ से नया चुनावी चिह्न दिया गया है. महाराष्ट्र की फेमस तुतारी शरद पवार गुट का चुनावी चिह्न दिया गया है. बता दें कि चुनाव आयोग ने अजित पवार के गुट को असली एनसीपी माना था और एनसीपी का चुनाव चिह्न उसे आवंटित कर दिया था. इस कारण अब राष्ट्रवादी शरद पवार गुट को नया चुनाव चिन्ह दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जल्द से जल्द सिंबल जारी करने का निर्देश दिया था. शरद पवार गुट की ओर से तीन विकल्प दिये गये थे. उसी विकल्प के अनुसारशरद पवार गुट को नया चुनाव चिह्न दिया गया है. इस बात की जानकारी शरद पवार गुट ने दी है.
अब आगामी चुनाव में शरद पवार की पार्टी का नाम NCP, शरदचंद्र पवार होगा और ‘तुतारी’ नया चुनाव चिह्न होगा. यह देखना अहम होगा कि आगामी चुनाव में ‘तुतारी’ नई पार्टी बनाने में कितनी सफल होती है.
शरद पवार एनसीपी गुट को मिला नया चुनाव चिह्नचिह्न
शरद पवार के एनसीपी द्वारा एक्स पर पोस्ट किया गया, “महाराष्ट्र के इतिहास में दिल्ली की राजगद्दी के कान खड़े करने वाले छत्रपति शिवाजी का शौर्य आज ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद चंद्र पवार’ के लिए गौरव की बात है. छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराष्ट्र के आदर्श, फुले, शाहू, अम्बेडकर के प्रगतिशील विचारों वाले यही ‘तुतारी’ एक बार फिर शरद चंद्र पवार साहब के साथ मिलकर दिल्ली की गद्दी हिलाने का बिगुल बजाने को तैयार है.’
अजित पवार के एनसीपी को चुनाव आयोग ने दिया था ‘घड़ी’ चुनाव चिह्न
शरद पवार द्वारा स्थापित एनसीपी पिछले साल जुलाई में अजित पवार और आठ अन्य विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद विभाजित हो गई थी. बाद में चुनाव आयोग ने डिप्टी सीएम अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम और ‘घड़ी’ चिह्न दिया था.
इस बीच, शरद पवार की पिछली पार्टी का चुनाव चिह्नचिह्न घड़ी देश के साथ-साथ गांवों तक पहुंच गई है.अब शरद पवार के सभी नेताओं पर नई पार्टी और सिंबल को वोटरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी होगी.